tag:blogger.com,1999:blog-6628509901313042348.post5937400438764698137..comments2023-09-18T17:03:29.828+05:30Comments on ढिबरी: वाह री सरकार वाह तेरे खेलPadm Singhhttp://www.blogger.com/profile/17831931258091822423noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-6628509901313042348.post-76232833068083991102011-09-07T06:16:30.931+05:302011-09-07T06:16:30.931+05:30'इसका भी नाम नोट किया जाये और इसके आगे-पीछे ,स...'इसका भी नाम नोट किया जाये और इसके आगे-पीछे ,सात पुश्तों के चाल-चलन का हिसाब बनाकर अंडमान भेजा जाये क्योंकि 'तिहाड़' तो वीआईपी के लिए आरक्षित हो चुका है !'संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6628509901313042348.post-75972556341967325962011-09-03T07:50:52.826+05:302011-09-03T07:50:52.826+05:30ये सुनले है हमें तमन्ना मर मिटने की, कसम हमें तिरं...ये सुनले है हमें तमन्ना मर मिटने की, कसम हमें तिरंगे की.<br />वक्त है आओ मिलकर इंकलाबी नारा बुलंद कर दे.<br />भारत माँ की छाती छलनी होती इन चोरो से, छाती पर लोटते सांपो से.<br />आओ दिलादे मुक्ति देश को इन गद्दारों से.<br />किरण बेदी और ओम पुरीजी ने कुछ भी गलत नहीं कहा है। हमें दिखाना है की राष्ट्र जग गया है, ईसके लिये हम सब आइये नेताओ को अनपढ़, गवार, नालायक , दोमुहे, चोर, देशद्रोही, गद्दार कहती हुई एक चिठ्ठी लोकसभा स्पीकर को भेजे(इक पोस्टकार्ड ). देखते हैं देश के करोडो लाखो लोगो को सांसद कैसे बुलाते है अपना पक्ष रखने के लिये। यदि इससे और कुछ नहीं हुआ तो भी बिना विसिटर पास के लोक तंत्र के मंदिर संसद को देखने और किरण बेदी के साथ खड़े होने का मौका मिलेगा। और संसद ने सजा भी दे दी तो भी एक उत्तम उद्देश्य के लिये ये जेल भरो होंगा।<br />में ये स्पष्ट कर दू की यह विचार मैने एक टिप्पणी से उठाये हैं पर में इससे १००% सहमत हूँ। कृपया इस विचार को अपने अपने ब्लॉग पर ड़ाल कर प्रसारित करे। आइये राष्ट्र निर्माण में हम अपनी भूमिका निभाये।<br />जय हिंदNilam-the-chimphttps://www.blogger.com/profile/14435669951067425058noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6628509901313042348.post-81264925609867577502011-09-02T17:57:22.007+05:302011-09-02T17:57:22.007+05:30एकदम सन्नाट धोया है पद्म भाई , धुलाई चालू रखी जाए...एकदम सन्नाट धोया है पद्म भाई , धुलाई चालू रखी जाए एकदमअजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.com