मंगलवार, 30 मार्च 2010

खयालों के परिंदे इस लिए आज़ाद रखता हूँ

जफा की धूप में अब्र-ए-वफ़ा की शाद रखता हूँ

इसी तरहा मोहोब्बत का चमन आबाद रखता हूँ

 

छुपा लेता हूँ मै अक्सर तुम्हारी याद के आंसू  

यही थाती बचा कर अब तुम्हारे बाद रखता हूँ

 

मै अपनी जिंदगी के और ही अंदाज़ रखता हूँ

अना को भूल जाता हूँ फ़ना को याद रखता हूँ

 

कभी चाहत की धरती पर गजल के बीज बोये थे

फसल शादाब रखने को दिले बर्बाद रखता हूँ

 

कि उनकी बज्म में हस्ती हमारी बनी रह जाए

कभी मै दाद रखता हूँ कभी इरशाद रखता हूँ

 

हमारे बीच की अनबन, सुलगती रह गयी ऐसे

कभी वो याद रखते हैं कभी मै याद रखता हूँ

 

कहाँ से कब नयी मंजिल का रस्ता खोज ले आये

खयालों के परिंदे इस लिए आज़ाद रखता हूँ

 

 

Posted via email from हरफनमौला

2 टिप्‍पणियां:

  1. छुपा लेता हूँ मै अक्सर तुम्हारी याद के आंसू
    यही थाती बचा कर अब तुम्हारे बाद रखता हूँ

    -यह गुण हर किसी में नही होता ,ईश्वर बहूत कम लोगों को देता है ,हमदर्दी पाने के लिए लोग झूठे आँसूं बहते हैं और तुम जो है उन्हें भी छिपाते हो,गजब ढाते हो.

    मै अपनी जिंदगी के और ही अंदाज़ रखता हूँ
    अना को भूल जाता हूँ फ़ना को याद रखता हूँ

    --यहीं आ कर गडबड कर देते हो ,जिसे याद रखना है उसी को भूल जाते हो बिलकुल बजा नही फरमाते हो
    --' सुकूं ए दिल के वास्ते भूलने की आदत भी होनी चाहिए
    कब तक रहगी सुलगती यूँ,ये आग ठंडी होनी चाहिए '

    खयालों के परिंदे को परवान चढने do कि परवाज़ भी पाए
    इतना ही खुला रखना कि फिर अपने घर वापस लौट के आये
    bahut pyari ghazal
    bhaii kya krun hindi ka option gayab ho gaya achank 'ho maaf khataa apnee'
    jiyo aur aise hi likhte rho

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  2. हर शे'र लाजवाब ...किसकी तारीफ करूँ और किसकी न करूँ वाली स्थिति में हूँ ......

    जफा की धूप में अब्र-ए-वफ़ा की शाद रखता हूँ
    इसी तरहा मोहोब्बत का चमन आबाद रखता हूँ



    बहुत खूब ....!!



    छुपा लेता हूँ मै अक्सर तुम्हारी याद के आंसू

    यही थाती बचा कर अब तुम्हारे बाद रखता हूँ



    सुभानाल्लाह .....!!



    मै अपनी जिंदगी के और ही अंदाज़ रखता हूँ

    अना को भूल जाता हूँ फ़ना को याद रखता हूँ



    बहुत खूब .....!!



    कि उनकी बज्म में हस्ती हमारी बनी रह जाए

    कभी मै दाद रखता हूँ कभी इरशाद रखता हूँ



    ओये होए .....!!

    रूह मुतमईन हुई आज ......!!

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